तुम जीवन का अमर राग
तुम जीवन का अमर राग तुमको ही गायेंगे तुमको ही पायेंगे जीवन की हर गति में ....
4.08.2012
क्लोन
आदमी से बनाकर आदमी का क्लोन
आदमी जा बैठा ईश्वर के सिंहासन पर
ईश्वर ने पिछली सदी के आरम्भ में सुनी थी
आदमी से अपने अंत कि घोषणा
क्या आदमीयत तैयार है
आदमी से सुनने के लिये
ऐसी ही किसी घोषणा को
हनुमंत
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