प्रलाप : सच Vs झूठ
(१)
सच उसका बाप था
और झूठ उसकी औलाद
दूसरों की तरह
और औलाद के लिए मोहब्बत...|||
(२)
उसके झाँसेमें ना आ
उसने सच को गहने की तरह
पहन रखा है
याद रख
सच के सिर्फ सलीब ढोये जाते हैं |||
सच के सिर्फ सलीब ढोये जाते हैं |||
(३)
उसे ना तलवार से बचा पाओगे
ना वो किताबों में जिंदा रह पायेगा
वो सच है
सिर्फ जिंदगी के अमल में साँस लेता है
|||
(४)
उसे बचपन में
सच बताकर जो खिलौने
सच बताकर जो खिलौने
खेलने के लिए दिए गये
थे,
बड़ा होने पर दुनिया ने उन्हें छीना
बड़ा होने पर दुनिया ने उन्हें छीना
और झूठ बताकर तोड़ दिया |||
(५)
मेरे पास तुम्हे देने के
लिए कोई सन्देश नहीं है
एक संदेह है
देख लो गर तुम्हारे काम का
हो |||
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