5.11.2013

कन्फेशन...

कन्फेशन...
*********
आज २० बरस पुराने दोस्त के साथ जिंदगी को बीस बरस पीछे लौटकर जिया ..| 
दोस्त के साथ मुफ्त में नाटक देखने की कोशिश की ...नाकामयाब रहने पर रंगकर्म की दुर्दशा के लिए आयोजक को ज़िम्मेदार ठहराया ,,,|
ऑटो के पैसे बचाने के लिये पैदल चले और खुद को गांधी मार्ग का अनुयायी बताया |
रात एक जगह शादी की दावत उड़ाई और पिछली गली से चुपके से फूट लिये ...
एक भावुक मित्र की भावना का शोषण करते हुए उसकी मोटरसायकल ले उड़े ...
आज लूम्पेन होते होते बचे ....
आज फिर सम्भल कर संभल कर गिरे 
आज फिर सर्वहारा हुए 
आज फिर दिशा हार गये ...

No comments:

Post a Comment