प्रलाप.......
१) ‘पक्का रंग’
रंग रेज़ के लिए ही ठीक है ,
खेलने के लिये
‘कच्चा रंग ’ ही मुफ़ीद है |
‘पक्का’
चमड़ी उधेड़ देता है .....
२ ) अच्छी रचना
बनने में दशक लेती है ,
और समझने में सदियाँ ||
3) कुछ लोग
विचारों से वही काम लेते हैं ..
जो शतरमुर्ग रेत से लेता है
4) होली में गुझिया का वही महत्त्व है
जो ताल में 'सम' का
१) ‘पक्का रंग’
रंग रेज़ के लिए ही ठीक है ,
खेलने के लिये
‘कच्चा रंग ’ ही मुफ़ीद है |
‘पक्का’
चमड़ी उधेड़ देता है .....
२ ) अच्छी रचना
बनने में दशक लेती है ,
और समझने में सदियाँ ||
3) कुछ लोग
विचारों से वही काम लेते हैं ..
जो शतरमुर्ग रेत से लेता है
4) होली में गुझिया का वही महत्त्व है
जो ताल में 'सम' का
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