4.25.2014

प्रलाप..

प्रलाप.......

१) ‘पक्का रंग’ 
रंग रेज़ के लिए ही ठीक है ,
खेलने के लिये 
‘कच्चा रंग ’ ही मुफ़ीद है |
‘पक्का’
चमड़ी उधेड़ देता है .....

२ ) अच्छी रचना
बनने में दशक लेती है ,
और समझने में सदियाँ ||

3) कुछ लोग
विचारों से वही काम लेते हैं ..
जो शतरमुर्ग रेत से लेता है

4) होली में गुझिया का वही महत्त्व है
जो ताल में 'सम' का 

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